रफ्तार जिंदगी की कुछ यू बनाए रखें
रफ्तार जिंदगी की कुछ यू बनाए रखेंके दुश्मन आगे निकल जाए पर दोस्त कोई पिछे ना छूटेछोड़ दो अब उससे वफा की उम्मीद गालिब जो रुला सकता है वह भुला…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
रफ्तार जिंदगी की कुछ यू बनाए रखेंके दुश्मन आगे निकल जाए पर दोस्त कोई पिछे ना छूटेछोड़ दो अब उससे वफा की उम्मीद गालिब जो रुला सकता है वह भुला…
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