Tag: पाश – कविता कोश

तीन ही चीज़ें इस तेज़ी से बिछड़ती हैं….,

तीन ही चीज़ें इस तेज़ी से बिछड़ती हैं….,इक सूरज की पहली किरन और हम दोनों, मैं सितारा हूँ मगर तेज़ नहीं चमकूँगा…,देखने वाले की आँखों की सुहूलत के लिए|