अपनी मंज़िल का रास्ता भेजो
अपनी मंज़िल का रास्ता भेजो जान हम को वहाँ बुला भेजो क्या हमारा नहीं रहा सावन ज़ुल्फ़ याँ भी कोई घटा भेजो नई कलियाँ जो अब खिली हैं वहाँ उन…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
अपनी मंज़िल का रास्ता भेजो जान हम को वहाँ बुला भेजो क्या हमारा नहीं रहा सावन ज़ुल्फ़ याँ भी कोई घटा भेजो नई कलियाँ जो अब खिली हैं वहाँ उन…
चरासाजो की चरसाजी सेदर्द बदनाम तो नहीं होगा?हाँ! दवा दो, मगर ये बतलादो,मुझे आराम तो नहीं होगा?