दिल की आवाज को इज़हार करते है
दिल की आवाज को इज़हार करते है झुंकी नजर को इक़रार कहते है सिर्फ पाने का नाम इश्क़ नहीं कुछ खोने को भी प्यार कहते है
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
दिल की आवाज को इज़हार करते है झुंकी नजर को इक़रार कहते है सिर्फ पाने का नाम इश्क़ नहीं कुछ खोने को भी प्यार कहते है
कोई माल से खुश है कोई दाल में खुश है खुशनसीब है वो जो हर हाल में खुश है
खुश रहो क्योंकि परेशान रहने से मुश्किलें कम नहीं होती वल्कि आज का सुकून भी चला जाता है
सुना है समुन्दर को बड़ा गुमान आया है उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफ़ान आया है
हर पल पीछे छूटता जाता है नया सबेरा सदा जिंदगी कहलाता है कभी अतीत की गहराइयों में मत जाना जिंदगी का मजा तो बस आज में आता है
Ham safar koi hota to ham bhi bant lete duriya Raah chalate log kya samjhenge meri majburiyan
दिल की धड़कन को अब एक लम्हा सबर नहीं शायद अब उसको मेरी जरा भी कदर नहीं हर सफर में मेरा कभी हमसफ़र था वो अब सफर तो है मगर…
सफर में मुश्किलें आयें तो हिम्मत और बढ़ती है कोई अगर रास्ता रोके तो जुर्रत और बढ़ती है अगर बिकने पर आ जाओ तो घट जाते है दाम अक्सर ना…
हमने तो खुशबू मांगी थी रब से वो हमें लाजवाब फूल थमा गए थोड़ी ख़ुशी मांगी थी दुआ में वो हमे आपसे मिलाकर सबसे खुश नसीब बना गए
Aisa nahi ki aap hame yaad nahi aate Maana ki sabhi rishte nibhaye nahi jate Magar jo log dil mai bas jate hai Wo kabhi bhulaye Nahi jate