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तु उड़ती है सपनो में

by Real Shayari   ·  2 years ago   ·  

तु उड़ती है सपनो में,जब मैं नींद मैं खोता हूँमेरे दिल की धड़कन भी,मैं तुझमे ही सुनता हूँबिजली की आहट जैसी है तू,मैं पानी जैसे बरसता हूँज़िंदगी के हर मोड़ में,अब मैं तुझको हमसफ़र चाहता हूँ

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फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो,आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो

by Real Shayari   ·  5 years ago   ·  

फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो, जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो, जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ, आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो।