Tag: Intezaar Shayari

तुम्हारा ज़र्फ़ है तुम को मोहब्बत भूल जाती है

तुम्हारा ज़र्फ़ है तुम को मोहब्बत भूल जाती है,हमें तो जिस ने हँस कर भी पुकारा याद रहता है,मोहब्बत में जो डूबा हो उसे साहिल से क्या लेना,किसे इस बहर…