शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दी
शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दीवो कौन था जिसने मिरी बिगड़ी तकदीर बना दीमैं लिखने बैठा था पन्नो पे एहसास ऐ – ज़िन्दगीऔर मेरे इस…
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
शब – ए – फुरकत भी ख़्वाबो की ताबीर बना दीवो कौन था जिसने मिरी बिगड़ी तकदीर बना दीमैं लिखने बैठा था पन्नो पे एहसास ऐ – ज़िन्दगीऔर मेरे इस…