Asli Shayarअपने आप जल गयीकल की रात टल गयी by Real Shayari · 2 years ago · no comment 0 shares अपने आप जल गयीकल की रात टल गयीइक धुआं उठा थाफिर राख में बदल गयीबून्द बून्द टपकी शब्सड़कों पर पिघल गयीकल जो रात टल गयीकितना कुछ बदल गयी Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... PREVIOUSnaqsh kī tarah ubharnā bhī tumhī se sīkhā 2 years ago NEXTअब ख़ुशी है न कोई दर्द रुलाने वालाहमने अपना लिया हर रंग ज़माने वाला 2 years ago Related Articlesयाद है शादी में भी हंगामा-ए-या-रब मुझे | मिर्ज़ा ग़ालिब54 mins ago अक्सर लगता है कि सब कुछ हो गया बर्बाद | Real Shayari4 months ago इस दुनिया में कुछ नहीं होता है सच | Real Shayari4 months ago Leave a Reply Cancel reply Δ