Asli Shayarज़हर को दूध समझ कर कैसे पिया जायेदिल हो अगर ज़ख़्मी तो उसे कैसे सिया जाये by Real Shayari · 2 years ago · no comment 0 shares ज़हर को दूध समझ कर कैसे पिया जायेदिल हो अगर ज़ख़्मी तो उसे कैसे सिया जाये जब खुद पर ही यकीन नहीं रहा मुझेतो तुझ पर यकीन अब कैसे किया जाये ज़िन्दगी है मेरी बदहाल न जाने कब सेबदहाल हुई ज़िदंगी को अब कैसे जिया जाये Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... PREVIOUSआखिर क्यों मुझे तुम इतना दर्द देते होजब भी मन में आये क्यों रुला देते हो 2 years ago NEXTUsse jana tha…aur hmne jane diya. (2 Line Shayari) 2 years ago Related Articlesयाद है शादी में भी हंगामा-ए-या-रब मुझे | मिर्ज़ा ग़ालिब13 mins ago अक्सर लगता है कि सब कुछ हो गया बर्बाद | Real Shayari4 months ago इस दुनिया में कुछ नहीं होता है सच | Real Shayari4 months ago Leave a Reply Cancel reply Δ