दिल का हाल बताना नहीं आता
दिल का हाल बताना नहीं आता किसी को यूँ तड़पाना नहीं आता सुनना चाहते है एक बार आवाज आपकी मगर बात करने का बहाना नहीं आता
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
दिल का हाल बताना नहीं आता किसी को यूँ तड़पाना नहीं आता सुनना चाहते है एक बार आवाज आपकी मगर बात करने का बहाना नहीं आता
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते और लोग पूछते है कोई तकलीफ तो नहीं है खुद को खो दिया हमने
वो तो अपना दर्द रो रो कर सुनाते रहे हमारी तन्हाइयों से भी आंखें चुराते रहे हमें भी मिल गया ख़िताब ऐ वेवफा क्योकि हम हर दर्द मुस्करा कर छुपाते…
जब जब तेरी याद आती है दिल में ग़मों की बिजली सी कौंध जाती है मै टूटकर भी खामोश रहती हु लेकिन मेरे दिल की खनक दूर तक जाती है
सवाल पानी का नहीं प्यास का है सवाल मौत का नहीं सांसो का है दोस्त तो बहुत है दुनिया में लेकिन सवाल दोस्ती का नहीं विश्वास का है
आओ अपने देश का सम्मान करें शहीदों की कुर्बानियों को याद करें समझें हम अपने कर्तव्यों को मिलकर आओ हम गणतंत्र दिवस पर शहीदों को नमन करें
नहीं सिर्फ जश्न मनाना नहीं सिर्फ झंडे लहराना यही काफी नहीं है वतन पर यादो को नहीं भूलना जो कुर्बान हुए उनके लफ्जो को बढ़ाना खुद के लिए नहीं जिंदगी…
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने ऐसे तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाये रखना
भारत के गणतंत्र का है जग में मान दशकों से खिल रही उसकी अद्भुत शान सब धर्मो को देकर मान रच गया इतिहास का इसलिए हर भारतवासी को है इसमें…
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे बची है लहू की एक बूंद भी रगों में तब तक भारत माँ का आंचल नीलाम…