जान कर भी वो हमें जान ना पाये
जान कर भी वो हमें जान ना पाये आज तक वो हमें पहचान ना पाये खुद ही करली बेवफाई हमने उनसे ताकि उन पर वेवफाई का इल्जाम ना आये
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नयी और पुरानी हिंदी शायरी का कलेक्शन, आप इन केटेगरी के बारे में पड़ सख्ते हो इनमे से कुछ है जैसे दर्द, प्यार, फ्रेंडशिप, गम, ज़िंदगी, तन्हाई और गम
जान कर भी वो हमें जान ना पाये आज तक वो हमें पहचान ना पाये खुद ही करली बेवफाई हमने उनसे ताकि उन पर वेवफाई का इल्जाम ना आये
एक नींद है जो रात भर नहीं आती एक नसीब है जो ना जाने कबसे सो रहा है
मेरी चाहत ने उसे ख़ुशी देदी बदले में उसने मुझे सिर्फ ख़ामोशी देदी खुदा से दुआ मांगी मरने की लेकिन उसने तड़पने के लिए जिंदगी देदी
आज खुदा ने फिर पूछा तेरा हसता हुआ चेहरा उदास क्यों है तेरी आँखों में प्यास क्यों है जिसके पास तेरे लिए वक़्त नहीं है वही तेरे लिए खास क्यों…
मोहब्बत की शमां जलाकर तो देखो जरा दिल की दुनिया सजा कर तो देखो तुम्हे हो ना जाये मोहब्बत तो कहना जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो
टुटा हुआ फूल खुशबू दे जाता है बीता हुआ पल यादें दे जाता है हर शख्स का अपना अंदाज होता है कोई जिंदगी में प्यार तो कोई प्यार में जिंदगी…
दिल की आवाज को इज़हार करते है झुंकी नजर को इक़रार कहते है सिर्फ पाने का नाम इश्क़ नहीं कुछ खोने को भी प्यार कहते है
कोई माल से खुश है कोई दाल में खुश है खुशनसीब है वो जो हर हाल में खुश है
खुश रहो क्योंकि परेशान रहने से मुश्किलें कम नहीं होती वल्कि आज का सुकून भी चला जाता है
सुना है समुन्दर को बड़ा गुमान आया है उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफ़ान आया है