इंसान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले April 30, 2018November 30, 2017 by Real Shayari इंसान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले और परिंदे सोचते है कि रहने को घर मिले Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading...