कहाँ जायँगे जिंदगी का कारवां लेकर

कहाँ जायँगे जिंदगी का कारवां लेकर
युहीं रह जायँगे एक तनहा जहां लेकर
चाँद तारे जब ओझल हो चुके है नजरो से
क्या करंगे हम अब सारा आसमां लेकर

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