क्यों निकल जाते है वो पानी बनकर

वो मिल जाते है कहानी बनकर
दिल में बस जाते है निशानी बनकर
जिन्हे हम रखते है अपनी आँखों में
क्यों निकल जाते है वो पानी बनकर

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