लिखना था कि खुश है तेरे बगैर भी हम मगर कमब्खत आंसू है कि कलम से पहले चलते है Share this:FacebookXLike this:Like Loading... Post navigation माना कि मोहब्बत की यह भी एक हकीकत है फिर भी अब बस जो कुछ मेरा है उसे मेरा ही रहने दे