मेरी मोहब्बत बेजुबां होती रही

मेरी मोहब्बत बेजुबां होती रही
कोई नहीं आया मेरा हाल पूछने
मेरी धड़कने अपना वजूद खोती रही
बस बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही

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