जाने क्या मुझसे जमाना चाहता है

जाने क्या मुझसे जमाना चाहता है मेरा दिल तोड़कर मुझे हसाना चाहता है जाने कौनसी बात झलकती है मेरे चहरे से हर शख्स मुझे आजमाना चाहता है

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह हर एक रुत में तेरा इन्तजार करते है ना तुम समझ सको जिसे क़यामत तक कसम तुम्हारी तुमको इतना प्यार करते है