तन्हाई की यह कुछ ऐसी अजब रात है

तन्हाई की यह कुछ ऐसी अजब रात है
तुझसे जुडी हुयी हर याद मेरे साथ है
तड़प रहा है तनहा चाँद विना चांदनी के
इस अंधेरी रात में आज कुछ अलग बात है

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