उनकी ख़ामोशी से हम परेशान क्यों है

उनकी ख़ामोशी से हम परेशान क्यों है
वो जिद्दी है हम नादान क्यों है
उनकी आवाज से ही धड़कता है दिल
तो फिर वो इस बात से अंजान क्यों है

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