Month: February 2018

जो एक ही दुनिया में रहकर मिलने को तरसते है

खुशनसीब होते है बादल जो दूर रहकर भी जमीन पर बरसते है और एक बदनसीब हम है जो एक ही दुनिया में रहकर मिलने को तरसते है