नाम तो लिख दू उसका

नाम तो लिख दू उसका …

अपनी हर शायरी के साथ  ..

मगर फिर खयाल आता  है ,

मासूम सी है जान मेरी……

कही  बदनाम ना हो जाए!

Leave a Comment

%d bloggers like this: