कामयाब हर मुकाम में दोस्त मेरा हो जाये

जिसे तू चाहे वो तेरा हो जाये रोशन रातें और खिलता सवेरा हो जाये चलता रहे युही हमारी दोस्ती का सिलसिला कामयाब हर मुकाम में दोस्त मेरा हो जाये

कस्तूरी के जैसे महकते रहो

कस्तूरी के जैसे महकते रहो पंछी के जैसे उड़ते रहो सितारों के जैसे चमकते रहो तितली के जैसे मचलते रहो मम्मी पापा का आदर करते रहो सुन्दर वाणी से मन…

जिंदगी का हर जख्म उसकी मेहरवानी है

जिंदगी का हर जख्म उसकी मेहरवानी है मेरी जिंदगी की तो एक अधूरी सी कहानी है मिटा तो दें हर दर्द सीने से मगर दर्द ही तो उसकी आखिरी निशानी…

उनकी ख़ामोशी से हम परेशान क्यों है

उनकी ख़ामोशी से हम परेशान क्यों है वो जिद्दी है हम नादान क्यों है उनकी आवाज से ही धड़कता है दिल तो फिर वो इस बात से अंजान क्यों है