खुद को खो दिया हमने
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते और लोग पूछते है कोई तकलीफ तो नहीं है खुद को खो दिया हमने
Asli Shayari | Sher | Shayar | Ghazal | Nazm
नयी और पुरानी हिंदी शायरी का कलेक्शन, आप इन केटेगरी के बारे में पड़ सख्ते हो इनमे से कुछ है जैसे दर्द, प्यार, फ्रेंडशिप, गम, ज़िंदगी, तन्हाई और गम
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते और लोग पूछते है कोई तकलीफ तो नहीं है खुद को खो दिया हमने
वो तो अपना दर्द रो रो कर सुनाते रहे हमारी तन्हाइयों से भी आंखें चुराते रहे हमें भी मिल गया ख़िताब ऐ वेवफा क्योकि हम हर दर्द मुस्करा कर छुपाते…
जब जब तेरी याद आती है दिल में ग़मों की बिजली सी कौंध जाती है मै टूटकर भी खामोश रहती हु लेकिन मेरे दिल की खनक दूर तक जाती है
सवाल पानी का नहीं प्यास का है सवाल मौत का नहीं सांसो का है दोस्त तो बहुत है दुनिया में लेकिन सवाल दोस्ती का नहीं विश्वास का है
आओ अपने देश का सम्मान करें शहीदों की कुर्बानियों को याद करें समझें हम अपने कर्तव्यों को मिलकर आओ हम गणतंत्र दिवस पर शहीदों को नमन करें
नहीं सिर्फ जश्न मनाना नहीं सिर्फ झंडे लहराना यही काफी नहीं है वतन पर यादो को नहीं भूलना जो कुर्बान हुए उनके लफ्जो को बढ़ाना खुद के लिए नहीं जिंदगी…
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने ऐसे तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाये रखना
भारत के गणतंत्र का है जग में मान दशकों से खिल रही उसकी अद्भुत शान सब धर्मो को देकर मान रच गया इतिहास का इसलिए हर भारतवासी को है इसमें…
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे बची है लहू की एक बूंद भी रगों में तब तक भारत माँ का आंचल नीलाम…
तैरना है तो समंदर में तैरो नदी नालों में क्या रखा है प्यार करना है तो वतन से करो इन वेवफा लोगों में क्या रखा है