कहाँ जायँगे जिंदगी का कारवां लेकर

कहाँ जायँगे जिंदगी का कारवां लेकर युहीं रह जायँगे एक तनहा जहां लेकर चाँद तारे जब ओझल हो चुके है नजरो से क्या करंगे हम अब सारा आसमां लेकर

दिल तड़पता रहा और वो जाने लगे

दिल तड़पता रहा और वो जाने लगे संग गुजरे हर लम्हे याद आने लगे खामोश नजरो से जब मुड़कर देखा उसने तो भीगी पलकों से हम भी मुस्कराने लगे

तेरे गम को में अपनी रूह में उतार लूँ

तेरे गम को में अपनी रूह में उतार लूँ जिंदगी तेरी चाहत में सवार लूँ मुलाकात हो तुझसे इस कदर कि में अपनी सारी जिंदगी एक मुलाकात में गुजार लूँ

जरुरी तो नहीं कि इंसान प्यार की मूरत हो

जरुरी तो नहीं कि इंसान प्यार की मूरत हो जरुरी तो नहीं कि हर कोई अच्छा और खूबसूरत हो लेकिन सबसे अच्छा वही इंसान है जो आपके साथ हो जब…